ए कलम मेरी आज शमशीर बन जा बुरा जो बोले देश को मेरे उन सभी से लड़ जा. ए कलम मेरी आज शमशीर बन जा बुरा जो बोले देश को मेरे उन सभी से लड़ जा.
देखभाल की खातिर इन ने अपना घर भी छोड़ दिया तब आकर.... देखभाल की खातिर इन ने अपना घर भी छोड़ दिया तब आकर....